इस संपूर्ण जगत के अंतर्गत ऐसा कोई भी समर्थ हिखाई नहीं पड़ता कि जो जीवन के अंत समय में मनुष्य को मृत्यु से छुड़ा ले। एक अवश्य है, जिसका मैं स्पष्ट वर्णन करता हूं, किंतु जिसके हृदय में सच्चा अनुराग होगा, वही उसे मानेगा,
एक सदगुरू है,जो जीव को काल से छुड़ा
लेता है, यह तुम निश्चय मानो।
काल
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